मेरी शायरी
-प्रदीप कुमार
Monday, August 15, 2011
तिरंगा मेरी जान में है, मेरे ईमान में है, मेरे हरेक अरमान में है,
तिरंगे में भी वही श्रद्धा है, जो मेरे भगवान में है|
1 comment:
Shikha Kaushik
said...
बहुत बहुत सुन्दर !
वाह !
blog paheli
August 17, 2011 at 7:30 PM
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1 comment:
बहुत बहुत सुन्दर !
वाह !
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