Monday, November 1, 2010

7.

जोश और उमन्गे है हमारी निशानियाँ,
हम सुनते नहीं, बनाते हैं कहानियाँ,
हम हैं आज के युवा, कुछ भी नहीं असंभव,
दिल में जुनून और रग-रग में है रवानियाँ |

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