Saturday, January 29, 2011

मत देखो मुझे इस तरह, इन नम निगाहों से,
वर्ना रोना तो शुरु हम भी कर देंगे;
आप तो सिर्फ दो बूँद ही गिराते हो,
हम तो पूरा का पूरा बाल्टी भर देंगे।
हम चाहे तो आसमान को नीचे झुका दें,
हम चाहे तो धरती को चीर के दिखा दें;
हम हैं नौजवान,ना टकराना हमसे तुम,
हम चाहे तो मिनटों में ये दुनिया हिला दें।
जोश और उमंगे है हमारी निशानियाँ,
हम सुनते नहीं बनाते हैं कहानियाँ;
हम हैं आज के युवा, कुछ भी नहीं असंभव,
दिल में जुनून और रग-रग में है रवानियाँ।

Wednesday, January 26, 2011

आप सभी को गणतंत्र दिवस कि हार्दिक शुभकामनायें |

Wednesday, January 19, 2011

आँखों में लेके एक नूर कोई,
सपनो की दुनिया सच करने चली है;
अपनों के सपनों को दिल में लेकर,
दुनिया में अपना हक करने चली है|
राहों में बाधक हैं, मुश्किलें भी हैं,
पर खुद ही हर मुश्किल से लड़ते चली है;
दोस्तों को राहों में खुशियाँ परोसती,
बस खुशियाँ लुटाती ये उड़ते चली है|
सपनों को अपने है साकार करना;
भागती इस दुनिया में दौड़ते चली है|
अँधियारों में अपनी ही "रश्मि" फैलाती;
हवाओं का रुख भी मोड़ते चली है|

Thursday, January 6, 2011

14.

जिंदगी अगर जीना है तो जीते रहो हरदम,
नाचते रहो हरदम तुम नए ताल में ;
खुशियों को समेटो और खुशियाँ ही बांटो,
खुश रहना सीखो इस नए साल में |

13.

हर शख्स यहाँ पर नगीना नहीं होता,
दोस्तों के बिना कभी जीना नहीं होता ;
लाखों में कुछ दोस्त याद भी करते हैं,
हर दोस्त तो यहाँ कमीना नहीं होता |