मत देखो मुझे इस तरह, इन नम निगाहों से,
वर्ना रोना तो शुरु हम भी कर देंगे;
आप तो सिर्फ दो बूँद ही गिराते हो,
हम तो पूरा का पूरा बाल्टी भर देंगे।
Saturday, January 29, 2011
Wednesday, January 26, 2011
Wednesday, January 19, 2011
आँखों में लेके एक नूर कोई,
सपनो की दुनिया सच करने चली है;
अपनों के सपनों को दिल में लेकर,
दुनिया में अपना हक करने चली है|
राहों में बाधक हैं, मुश्किलें भी हैं,
पर खुद ही हर मुश्किल से लड़ते चली है;
दोस्तों को राहों में खुशियाँ परोसती,
बस खुशियाँ लुटाती ये उड़ते चली है|
सपनों को अपने है साकार करना;
भागती इस दुनिया में दौड़ते चली है|
अँधियारों में अपनी ही "रश्मि" फैलाती;
हवाओं का रुख भी मोड़ते चली है|
सपनो की दुनिया सच करने चली है;
अपनों के सपनों को दिल में लेकर,
दुनिया में अपना हक करने चली है|
राहों में बाधक हैं, मुश्किलें भी हैं,
पर खुद ही हर मुश्किल से लड़ते चली है;
दोस्तों को राहों में खुशियाँ परोसती,
बस खुशियाँ लुटाती ये उड़ते चली है|
सपनों को अपने है साकार करना;
भागती इस दुनिया में दौड़ते चली है|
अँधियारों में अपनी ही "रश्मि" फैलाती;
हवाओं का रुख भी मोड़ते चली है|
Thursday, January 6, 2011
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